
सूर्या हांसदा प्रकरण पर भाजपा की बयानबाज़ी भ्रामक और सस्ती राजनीति : विनोद पांडेय
सित. 16
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न्यूज डेस्क
रांची ( RANCHI) : झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के महासचिव विनोद पांडेय ने सूर्या हांसदा प्रकरण को लेकर भाजपा नेताओं द्वारा दिए गए बयानों को “बेहद भ्रामक, तथ्यहीन और राजनीतिक लाभ के लिए की गई सस्ती बयानबाज़ी” करार दिया. उन्होंने कहा कि भाजपा के नेताओं के बीच यह चर्चा है कि राज्यसभा सांसद दीपक प्रकाश व्यक्तिगत लाभ के लिए सूर्या हांसदा मामले को तूल दे रहे हैं.
पीड़ित परिवार के साथ अन्याय, आदिवासी समाज का अपमान
झामुमो नेता ने कहा कि भाजपा जिस तरह इस गंभीर मामले को सियासी मंच ब ना रही है, वह न केवल पीड़ित परिवार के साथ अन्याय है, बल्कि आदिवासी समाज का भी अपमान है. भाजपा को प्रदेश की जनता को बताना चाहिए कि सूर्या पर दर्ज 24 से अधिक मुकदमों का सच क्या था और क्या अवैध खनन व तस्करी में भाजपा से जुड़े कुछ चेहरे शामिल नहीं रहे हैं?
विनोद पांडेय ने कहा कि भाजपा अपने दिल्ली वाले आकाओं के इशारे पर नाचे बिना रह नहीं पाती. प्रदेश की लोकप्रिय हेमंत सरकार को अस्थिर करने का षड्यंत्र ही भाजपा का अंतिम ध्येय बनकर रह गया है. हद हो गई है. बार - बार समझाने पर नर्सरी के बच्चे भी विषय को समझ जाते हैं, लेकिन भाजपा जो गंदा खेल खेलना चाह रही है वह झारखंड में मुमकिन ही नहीं है.
न्यायिक जांच के साथ-साथ सीआईडी जांच भी प्रक्रियाधीन
उन्होंने स ्पष्ट किया कि सूर्या हांसदा का इनकाउंटर उनकी घनघोर आपराधिक पृष्ठभूमि के कारण हुआ. राज्य सरकार ने शुरुआत से ही इस पूरे मामले को गंभीरता से लिया है और न्यायिक जांच के साथ-साथ सीआईडी जांच भी प्रक्रियाधीन है. भाजपा नेताओं को बिना ठोस प्रमाण के पुलिस और सरकार को कटघरे में खड़ा करने के बजाय जांच एजेंसियों पर भरोसा रखना चाहिए. विनोद पांडेय ने जोर देकर कहा कि कानून से ऊपर कोई नहीं. जांच में अगर कोई पुलिस पदाधिकारी या अन्य व्यक्ति दोषी पाया जाता है तो उस पर सख्त कार्रवाई होगी. हेमंत सरकार न्याय दिलाने के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध है, इसमें कोई समझौता नहीं होगा.
भाजपा जनता की आंखों में धूल झोंक रही
उन्होंने भाजपा पर आदिवासी समाज के दुख-दर्द से बेपरवाह होने का आरोप लगाते हुए कहा, “सूर् या हांसदा को ‘सामाजिक कार्यकर्ता’ बताकर भाजपा जनता की आंखों में धूल झोंकने की कोशिश कर रही है. आदिवासी समाज अपराधियों को स्वीकार नहीं करता. भाजपा को अपने नेताओं की संलिप्तता पर जवाब देना चाहिए, न कि संवेदनशील मुद्दों पर सस्ती राजनीति करनी चाहिए.
विनोद पांडेय ने सभी राजनीतिक दलों से अपील की कि वे जिम्मेदारी से पेश आएं और जांच पूरी होने तक धैर्य रखें, ताकि सत्य सामने आ सके.











