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BREAKING : गुरूजी का दशकर्म पूरा, सीएम हेमंत ने कराया मुंडन, संस्कार भोज 16 को, लाखों लोग होंगे शामिल, तैयारी पूरी
अग. 15
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उपेंद्र गुप्ता
रांची ( RANCHI ) : अपने दिवंगत पिता दिशोम गुरू शिबू सोरेन के निधन के बाद सीएम हेमंत सोरेन ने दशकर्म की परंपरा निभाई. जिसके तहत संथाली आदिवासी परंपरा के अनुसार सीएम हेमंत ने अपना मुंडन कराया. उनके साथ उनके भाई बसंत सोरेन, दोनों बेटे और परिवार के सभी पुरूष सदस्यों ने मुंडन कराया. वहीं महिलाएं परंपरा के अनुसार नाखुन का ट कर पवित्र स्नान की.

संस्कार भोज ( ब्रह्म भोज) 16 अगस्त को नेमरा में
दिवंगत दिशोम गुरु शिबू सोरेन के दश कर्म पूरा होने के बाद 16 अगस्त को संस्कार भोज ( ब्रह्म भोज ) का कार्यक्रम होगा. जिसके लिए आमंत्रण कार्ड बांटे गए हैं. संथाली और हिंदी भाषा में लिखा आमंत्रण कार्ड पर सभी से अनुरोध किया गया है कि दिवंगत आत्मा की शांति और शोकाकुल परिवार को सांत्वना हेतू श्राद्ध कार्यक्रम सम्मिलित होकर हमें कृतार्थ करें.

श्रा द्ध कर्म और संस्कार भोज में लाखों लोग होंगे शामिल
दिवंगत दिशोम गुरूजी के अंतिम श्रद्धाजंलि देने के लिए श्राद्ध कर्म और संस्कार भोज में लाखों लोगों के पहुंचने की उम्मीद है. वहीं इस संस्कार भोज और श्राद्ध कर्म में देश और राज्य के कई बड़े नेता,मंत्री और वीवीआईपीपी के आने की भी संभावना है. इसके लिए सीएम हेमंत सोरेन के पैतृक गांव में तैयारी भी व्यापक रूप से की गई है. गोला से नेमरा तक की सड़क को चकाचक कर दिया गया है. चारों तरफ बिजली के खंभे लगाकर रोशनी से चकाचक कर दिया गया है. बड़े-बड़े पंडाल बनाए गए हैं. वीवीआईपी के लिए चार हेलीकाप्टर पैड बनाए गए हैं. लोगों की सुविधा के लिए पार्किंग से लेकर गांव के अंदर तक 300 से अधिक ई-रिक्शा की व्यवस्था होगी, जिससे सभी लोग पार्किंग स्थल से आयोजन स्थल तक आसानी के साथ पहुंच सकें। गाड़ियों के लिए 3 बड़ी पार्किंग स्थलों का निर्माण किया गया है, और प्रत्येक पार्किंग स्थल के पीछे बायो-टॉयलेट की व्यवस्था की गई है। पैदल आने वाले श्रद्धालुओं के लिए मार्ग पर छायादार शेड, विश्राम स्थल और धूप व बारिश से बचने के लिए अलग से पगोडा भी बनाया गया है।
सुरक्षा में एक दर्जन आईपीएस और सैकड़ों पुलिस अधिकारी और जवान रहेंगे मौजूद
लोगों की सुरक्षा -व्यवस्था एवं ट्रैफिक नियंत्रण के लिए धूमकुड़िया में पुलिस कंट्रोल रूम स्थापित किया गया है. सुरक्षा व्यवस्था में 10 आईपीएस अधिकारी, 60 डीएसपी, 65 इंस्पेक्टर और लगभग 2500 से अधिक पुलिस के जवान तैनात रहेंगे. विधि-व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में रहेगा. यातायात प्रबंधन, आपातकालीन सेवाओं और भीड़ नियंत्रण के लिए पुलिस, प्रशासन और स्वयंसेवकों की टीमें लगातार 24 घंटे सक्रिय रहेंगी.
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