
गुवा सेल प्रबंधन के खिलाफ ठाकुरा गांव के ग्रामीणों का आक्रोश, जल्द चक्का जाम का अल्टीमेटम
दिस. 5
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संवाददाता
गुवा ( GUVA) : गुवा सेल खदान प्रबंधन के खिलाफ ठाकुरा गांव के ग्रामीणों में गुस्सा उभरने लगा है. शुक्रवार सुबह 10 बजे झारखंड मजदूर संघर्ष संघ यूनियन के बैनर तले ग्रामीणों ने ठाकुरा गांव में एक बड़ी बैठक की, जिसमें सैकड़ों पुरुष और महिलाएं शामिल हुए. बैठक की अध्यक्षता समाजसेवी प्रशांत चाम्पिया ने की. बैठक में ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सेल खदान चालू होने के बाद से ठाकुरा गांव को सीएसआर के तहत कोई लाभ नहीं मिल रहा है. प्रशांत चाम्पिया ने कहा कि सेल प्रबंधन ने लिखित रूप से वादा किया था कि गांव के 500 बेरोजगार युवाओं को ठेका मजदूर के रूप में बहाल किया जाएगा, परंतु आज तक एक भी युवक को अवसर नहीं मिला. इसके कारण गांव में बेरोजगारी लगातार बढ़ रही है. ग्रामीणों ने यह भी कहा कि सीएसआर के माध्यम से दी जाने वाली पेयजल सुविधा, चिकित्सा सेवा और विद्यालय से संबंधित सुविधाएं पूरी तरह बंद कर दी गई हैं. इसके साथ ही गुवा सेल खदान में सिविल और ट्रांसपोर्टिंग कार्य बाहरी लोगों को सौंपे जा रहे हैं, जबकि ठाकुरा गांव में बनी स्थानीय समिति को कोई काम नहीं दिया जा रहा है. बाहरी लोगों को प्राथमिकता दिए जाने से ग्रामीणों में भारी असंतोष है. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अब सेल प्रबंधन के आश्वासनों पर विश्वास नहीं किया जाएगा. यदि जल्द समाधान नहीं निकाला गया, तो झारखंड मजदूर संघर्ष संघ यूनियन के नेतृत्व में गुवा सेल का चक्का जाम किया जाएगा. इसको लेकर जल्द ही आधिकारिक घोषणा की जाएगी. बैठक में प्रशांत चाम्पिया, बबलू चाम्पिया, मदन चाम्पिया, राजेश चाम्पिया, सपना चाम्पिया, यूनियन के केंद्रीय अध्यक्ष रामा पांडे, रितेश पाणीग्राही सहित भारी संख्या में ग्रामीण मौजूद थे.











