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रूसी राष्ट्रपति के फोन के बाद चीनी राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को भेजा संदेश, क्यों भारत से संबंध सुधारना चाहता है चीन  

अग. 19

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रांची डेस्क

रांची ( RANCHI ) :  सोमवार को  रूस के राष्ट्रपति ने पीएम मोदी को फोन किया था, दोनों के बीच आलास्का मीटिंग के को लेकर चर्चा हुई थी और मंगलवार चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात कर राष्ट्रपति शी जिनपिंग का संदेश दिया.इस दौरान वांग ने पीएम मोदी को चीन के तियानजिन में आयोजित होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन के लिए राष्ट्रपति शी जिनपिंग का संदेश और निमंत्रण सौंपा. 


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 सीमा विवाद पर समाधान को लेकर तैयार है चीन

चीनी विदेश से मुलाकात में पीएम मोदी ने सीमा पर शांति और सौहार्द बनाए रखने के महत्व पर जोर दिया और सीमा विवाद के निष्पक्ष, उचित और पारस्परिक रूप से स्वीकार्य समाधान के लिए भारत की प्रतिबद्धता दोहराई. 

 इसके पहले चीनी विदेश मंत्री वांग यी ने भी विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर और एनएसए अजीत डोभाल से भी मिलें. चीनी विदेश मंत्री वांग यी और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल ने चीन-भारत सीमा मुद्दे और द्विपक्षीय संबंधों पर व्यापक, गहन चर्चा की. जिसके बाद वांग यी ने कहा कि राष्ट्रपति शी जिनपिंग की कजान में प्रधानमंत्री मोदी के साथ बैठक के दौरान बनी महत्वपूर्ण सहमति ने चीन-भारत संबंधों को बेहतर बनाने और सीमा मुद्दे को ठीक से संभालने के लिए दिशा तय की. अब दोनों देशों के संबंध एक सही और विकसित रास्ते पर बढ़े हैं. सीमा की स्थिति स्थिर और सुधर रही है.

ट्रंप के टैरिफ के कारण बनीं परिस्थिति

अमेरिकी राष्ट्पति डोलाल्ड ट्रंप के टैरिफ और दादागिरी से भारत ही नहीं चीन और रूस भी परेशान है. इसलिए ट्रंप के टैरिफ के खिलाफ रूस के प्रयास से चीन और भारत एक-दूसरे के नजदीक आने का प्रयास कर रहे हैं. इसकी भूमिका ब्राजील में ब्रिक्स सम्मेलन में ही हो चुकी थी, अब चीन के तियानजिन में आयोजित होने वाले एससीओ शिखर सम्मेलन में एक बार फिर से तीनों राष्ट्रपति की मुलाकात हो सकती है. जिसमें कई रणनीति पर विचार-विमर्श हो सकता है.

 

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