top of page

जापान में बुलेट ट्रेन की सवारी, भारत में कब शुरू होगा मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट ?

7 दिन पहले

2 min read

0

75

0




रांची डेस्क


रांची ( RANCHI) : जापान के दो दिवसीय दौरे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बुलेट ट्रेन से जापान के सेंडाई पहुंचे, जहां स्थानीय लोगों ने 'मोदी सैन वेलकम' के नारे लगाकर उनका जोरदार स्वागत किया. जापानी पीएम शिगेरू इशिबा भी पीएम मोदी के साथ टोक्यो से सेंडाई की यात्रा की.

टोक्यो की इलेक्ट्रॉन फैक्टरी का दौरा

प्रधानमंत्री मोदी टोक्यो की इलेक्ट्रॉन फ़ैक्टरी और सेंडाई स्थित तोहोकू शिंकानसेन प्लांट का भी दौरा किया. यहां बुलेट ट्रेन के डिब्बे बनाए जाते हैं. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी और उनके साथ जापानी समकक्ष इशिबा द्वारा भारत की बुलेट ट्रेन परियोजना में टोक्यो की भागीदारी के मुद्दे को आगे बढ़ाने की उम्मीद है. इससे पहले दोनों ने जे.आर. ईस्ट में प्रशिक्षण ले रहे भारतीय ट्रेन चालकों से भी मुलाकात की.

मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर भी चर्चा

मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पीएम मोदी का ड्रीम प्रोजेक्ट है, जिस पर भी चर्चा होना लाजमी हो जाता है, क्योंकि जापान ही वो देश है, जो भारत को उसकी पहली बुलेट ट्रेन देगा. साल 2015 में तय हुए करार के तहत जापान से भारत को पहली बुलेट ट्रेन मिलने में देरी हो रही है. इसलिए मुमकिन है कि पीएम मोदी और जापानी पीएम शिगेरु इशिबा के बीच बुलेट ट्रेन परियोजना पर भी बात होगी. साल 2017 में शुरू इस प्रोजेक्ट का पहला सेक्शन, जो सूरत-बिलीमोरा होगा, साल 2027 में तैयार होने की उम्मीद है. जबकि मुंबई-अहमदाबाद के पूरे रूट के साल 2029 तक बन जाने की उम्मीद है. 320 किमी/घंटा की स्पीड से दौड़ते हुए बुलेट ट्रेन मुंबई-अहमदाबाद के बीच की 508 किमी की दूरी को सिर्फ 2 घंटे 7 मिनट में पूरा कर लेगी. आपको बता दें कि बुलेट ट्रेन परियोजना का ज्यादा हिस्सा गुजरात में है, जो 352 किमी कॉरिडोर है, जबकि महाराष्ट्र में इस परियोजना का 156 किमी हिस्सा पड़ता है.



अपग्रेड बुलेट ट्रेन देगा जापान

जानकारी के मुताबिक बुलेट ट्रेन के करार में अपग्रेड करते हुए जापान ने भारत को E10 शिंकासेन बुलेट ट्रेन देने पर सहमत हो गया है. जो नेक्स्ट जनरेशन टेक्नोलॉजी से लैस है. इससे पहले भारत ने जापान से E5 सीरीज की शिंकासेन बुलेट ट्रेनों को खरीदने का प्‍लान बनाया था, लेकिन अब इसे अपग्रेड कर दिया गया है. E10 शिंकासेन बुलेट ट्रेन की अधिकतम स्पीड 320 किमी/घंटा है तो वही इस ट्रेन को भूकंप रोधी तकनीक से लैस किया गया है, यानी इस ट्रेन में भूकंप के दौरान भी रेल पटरी से उतरने से बचाने की तकनीक है. इसके अलावा इस ट्रेन की एक खास बात ये भी है कि इतनी हाई स्‍पीड में ट्रेन के चलते रहने के बावजूद अंदर बैठे यात्रियों को जरा सा भी झटका नहीं लगेगा. इसके अलावा इस बुलेट ट्रेन में जगह भी ज्यादा रहेगी, यानी यात्रियों को अपना सामान रखने के लिए ज्‍यादा जगह होगी.

बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में कुल 12 स्टेशन

इस बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट में कुल 12 स्टेशन स्थापित किए गए हैं. इसमें गुजरात में 8 स्टेशन हैं, जबकि महाराष्ट्र में 4 स्टेशन बनाए गए हैं. गुजरात में जहां साबरमती, अहमदाबाद, आणंद, वडोदरा, भरूच, सूरत, बिलीमोरा, वापी स्टेशन हैं तो वहीं महाराष्ट्र में बोइसर, विरार, ठाणे और बांद्रा स्टेशन हैं.

 

 

7 दिन पहले

2 min read

0

75

0

संबंधित पोस्ट

टिप्पणियां

अपने विचार साझा करेंटिप्पणी करने वाले पहले व्यक्ति बनें।
bottom of page