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BREAKING : पंचतत्व में विलीन हुए दिशोम गुरू, नम आंखों से लोगों ने दी अंतिम विदाई, सीएम हेमंत ने पिता को दी मुखाग्नि, किसी घर में नहीं जला चुल्हा

अग. 5

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उपेंद्र गुप्ता

 

रांची ( RANCHI) : पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिशोम गुरु  शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर पंचतत्व में विलीन होने के साथ झारखंड में एक युग का अवसान हो गया. रामगढ़ जिला के गोला प्रखंड स्थित पैतृक गांव नेमरा में पूरे राजकीय सम्मान के साथ दिवंगत शिबू सोरेन जी का अंतिम संस्कार संपन्न हुआ. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन ने पिता के पार्थिव शरीर को  पारंपरिक रीति- रिवाज तथा रस्म के साथ मुखाग्नि दी.

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इस दौरान हर किसी की आंखें नम थी. इससे पहले रांची के मोरहाबादी स्थित आवास से दिवंगत शिबू सोरेन जी का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव नेमरा में अंतिम दर्शनार्थ रखा गया.  यहां  हजारों -हज़ार की संख्या में लोगों ने भावुक और नम आंखों से "गुरुजी" को नमन कर अंतिम विदाई दी.

 

 

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"अंतिम जोहार " के लिए उमड़ा जन सैलाब

 

क्या आम और क्या खास, दिवंगत शिबू सोरेन जी के अंतिम जोहार के लिए नेमरा गांव में जन सैलाब उमड़ पड़ा था.  उनके अंतिम दर्शन के लिए राज्य के अलग-अलग कोनों से लोग पधारे थे. इनमें अति विशिष्ट व्यक्ति से लेकर आम जन तक, हर कोई  शामिल था. हर किसी  ने झारखंड राज्य के प्रणेता, पथ प्रदर्शक औऱ मार्गदर्शक  दिशोम गुरु जी को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की. इस दौरान हर किसी का दिल उदास, व्यथित और आंखें नम थी.

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रांची से नेमरा तक वीर शिबू अमर रहे के नारों से गुंजता रहा

अपराह्न करीब 2.30 बजे दिशोम गुरु शिबू सोरेन का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव नेमरा पहुंचा। वाहन पर प्रदेश के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और बेटे बसंत सोरेन अपने पिता के सिरहाने बैठ थे. पैतृक घर पहुंचने के बाद संथाली रीति रिवाज से अंतिम विदाई की तैयारी की गई. सोरेन परिवार के पूर्वजों का अंतिम संस्कार जिस घाट पर होता है,वहीं दिशोम गुरु शिबू सोरेन को भी मुखाग्नि दी गई.


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मुखाग्नि के दौरान भारी बारिश के बीच हजारों नम आंखों ने उन्हें अंतिम विदाई दी. शिबू सोरेन अमर रहे का नारा पूरे इलाके में गुंजायमान होता रहा. दिशोम गुरु की अंतिम यात्रा उनके घर से अपराह्न करीब 3.40 बजे निकली. करीब 4.15 बजे उन्हें मुखाग्नि दी गई. गुरुजी की अंतिम यात्रा में कई नेता,मंत्री,सांसद,विधायक,राज्य कीतमाम अधिकारी मौजूद रहे.


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नेमरा के किसी के घर में नहीं जला चुल्हा

यूँ तो दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी के निधन की जानकारी मिलने के बाद से ही उनके पैतृक गांव नेमरा में उदासी और सन्नाटा पसर चुका था. हर कोई गमगीन था. घरों में चूल्हे तक नहीं जले थे. वहीं, आज जैसे ही दिशोम गुरु जी का पार्थिव शरीर  पैतृक आवास पहुंचा, पूरा नेमरा रो उठा. परिजन एवं सगे- संबंधी समेत राज्य के दूर दराज से आए लोगों की आंखों से आंसू छलक रहे थे. सभी ने दिशोम गुरु जी को  नमन कर अन्तिम विदाई दी.

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