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BREAKING : 200 करोड़ घोटाले का आरोप और मानहानि 100 करोड़ का, पीके के निशाने पर नीतीश के मंत्री

सित. 23

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 न्यूज डेस्क

पटना ( PATNA ) : बिहार में नीतीश सरकार के ग्रामीण कार्य मंत्री और जदयू के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. अशोक चौधरी और जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर के बीच सियासी जंग जोरों पर है और दोनों से आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है, जिसकी पूरे बिहार में खूब चर्चा हो रही है.


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 मंत्री ने प्रशांत किशोर को भेजा मानहानि का नोटिस

जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर ने कुछ दिन पहले मंत्री अशोक चौधरी पर 200 करोड़ के घोटाले और जमीन धोखाधड़ी का आरोप लगाया था. जिसके बाद मंत्री ने प्रशांत किशोर के खिलाफ 100 करोड़ रुपये का मानहानि नोटिस भेजा है. अशोक चौधरी ने नोटिस में कहा, है कि प्रशांत किशोर की ओर से लगाए जा रहे आरोप भ्रामक हैं वो उनकी घबराहट और बौखलाहट का परिणाम हैं. इससे पहले भी मंत्री ने प्रशांत किशोर पर मानहानि का मामला दायर किया था, जिसके बाद उन्हें 17 सितंबर को कोर्ट ने पेशी के लिए बुलाया था. मंत्री ने कहा कि कोर्ट से बुलावा आने के बाद प्रशांत किशोर डर गए और उसी घबराहट में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर झूठे आरोप लगाने लगे. उन्होंने कहा कि प्रशांत किशोर ने जिस तथाकथित 200 करोड़ की संपत्ति का हवाला दिया है, वह पूरी तरह से झूठ है.

मंत्री पर जमीन घोटाला और बेनामी संपति अर्जित करने का आरोप

प्रशांत किशोर ने पिछले हफ्ते पटना में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी. इस पीसी में उन्होंने मंत्री पर आरोप लगाए थे. उन्होंने आरोप लगाया था कि अशोक चौधरी ने 2 सालों में अपनी पत्नी, बेटी, समधन और उनसे जुड़े मानव वैभव विकास ट्रस्ट के जरिए 200 करोड़ रुपये की जमीनें खरीदी हैं. इस ट्रस्ट की ट्रेजरी मंत्री की सांसद बेटी शांभवी चौधरी की सास अनिता कुणाल हैं. अब मंत्री ने इन्हीं आरोपों के सबूत मांगते हुए पीके को नोटिस भेजा है.

पीके ने सवाल उठाए थे कि अशोक चौधरी और उनकी पत्नी के अकाउंट में इस ट्रस्ट से जुड़े लोगों के खातों से पैसे क्यों आए. साथ ही पीके ने अशोक चौधरी को बिहार का भ्रष्ट नेता बताया था और जमीन खरीद और बेनामी संपत्ति मामलों में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का आरोप लगाया था.

पीके ने दावा किया था कि साल 2019 में चौधरी के पर्सनल सेक्रेटरी योगेंद्र दत्त के नाम पटना के बिक्रम में 23 कट्ठा जमीन खरीदी गई. इसके बाद 2021 में यह जमीन सिर्फ 34 लाख रुपए में चौधरी की बेटी सांसद शांभवी चौधरी के नाम की गई. जबकि असल भुगतान का बड़ा हिस्सा संदिग्ध तरीके से निपटाया गया. पीके ने आरोप लगाया कि इनकम टैक्स नोटिस आने के बाद 27 अप्रैल 2025 को इस लेन-देन को छुपाने के लिए 25 लाख रुपए का ट्रांसफर किया.

भाजपा के तीन मंत्रियों पर भी पीके का आरोप

प्रशांत ने सिर्फ अशोक चौधरी पर ही एनडीए के तीन अन्य बड़े नेताओं पर भी आरोप लगाए हैं, जिनमें मंगल पांडेय, संजय जायसवाल और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी भी शामिल हैं. इससे पहले मंगल पांडेय ने कहा था कि, "प्रशांत किशोर जो कुछ भी कह रहे हैं, वह पूरी तरह से राजनीतिक बयानबाजी है. इसमें न तो कोई आधार है और न ही कोई तथ्य. वह केवल भ्रम फैलाने की कोशिश कर रहे हैं. यह पूरी तरह से राजनीतिक लाभ के लिए दिए जा रहे हैं. " 

 

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