
दरी पर बैठकर पढ़ते हैं बच्चे, शिक्षकों के लिए 56 हजार की कुर्सी और मेज खरीदने की तैयारी
4 दिस. 2024
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स्कूलों में सामग्री आपूर्ति की दर से शिक्षा विभाग में भी हैरानी, 47 हजार में खरीदे जाएंगे स्पोर्ट्स किट

तारिक अनवर। गोइलकेरा
पश्चिमी सिंहभूम जिले के सैकड़ों स्कूलों में विद्यार्थियों के लिए बेंच-डेस्क की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। कई स्कूलों में बच्चों को फर्श पर दरी और बोरे में बैठाकर पढ़ाया जाता है। लेकिन जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट (डीएमएफटी) फंड से शिक्षकों के लिए 56 हजार रुपये में केवल कुर्सी और मेज खरीदने की तैयारी है। जिले के सभी 18 प्रखंडों के 890 चयनित किए गए सरकारी स्कूलों में शिक्षकों के लिए 17818 रुपये की दर से दो मेज और 10325 रुपये की दर से दो कुर्सियां खरीदकर सप्लाई की जाएगी। केवल मेज और कुर्सी की कीमत ही 56286 रुपये निर्धारित है। जहां सिंगल टीचर वहां भी दो-दो कुर्सी टेबल की सप्लाई हो रही है। सामग्रियों की दर से विभाग के अधिकारी और कर्मी भी हैरान हैं।

स्कूलों के मॉडलीकरण के नाम पर डीएमएफटी से प्रत्येक विद्यालय में चार लाख 58 हजार 613 रुपये की सामग्रियों की आपूर्ति की जानी है। इस राशि से कुर्सी और मेज के अलावा 1947 रुपये में फर्स्ट एड किट, 1741 रुपये की दर से 3482 रुपये में दो डस्टबिन, 5369 रुपये की दर से 10738 रुपये में दो ग्रीन बोर्ड, 8378 रुपये की दर से एक लाख 67 हजार 560 रुपये में 20 यूनिट लर्निंग बेंच और 47600 रुपये में स्पोर्ट्स किट स्कूलों को दिए जाएंगे।

इससे पहले झारखंड शिक्षा परियोजना परिषद द्वारा खेलकूद सामग्री खरीद के लिए प्राइमरी स्कूलों को प्रत्येक वर्ष पांच हजार रुपये और मिडिल स्कूलों को 10 हजार रुपये दिए जाते थे। स्कूलों को चमकाने के लिए थ्री-डी पेंट का कॉन्सेप्ट लाया गया है। सभी स्कूलों में एक हजार वर्गफीट में थ्री-डी पेंट पर एक लाख 71 हजार रुपये खर्च होंगे। 890 स्कूलों में सामग्री आपूर्ति और पेंटिंग के लिए करीब 41 करोड़ रुपये का टेंडर एजेंसी को मिला है।

बीआरसी की जानकारी के बगैर एजेंसी ने शुरू किया काम
जिले से कार्यादेश निर्गत होने के बाद इसकी जानकारी प्रखंड संसाधन केंद्रों को भी नहीं दी गई। एजेंसी ने सीधे स्कूलों में जाकर पेंटिंग आदि का काम शुरू कर दिया था। कुछ स्कूलों में शिक्षकों ने इसको लेकर सवाल जवाब किया तो एजेंसी से जुड़े लोग बीआरसी पहुंचे और कार्यादेश निर्गत होने की जानकारी दी।

हमारा कोई रोल नहीं, सिर्फ मोनिटरिंग करना है : बीईईओ
बीईईओ लखीन्दर सोरेन ने कहा कि सामग्री आपूर्ति डीएमएफटी फंड से हो रहा। हमारा कोई रोल नहीं है। सिर्फ मोनिटरिंग और आदेश का पालन करना है। आपूर्ति और सामानों की कीमत पर उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार कर दिया।