
विधायक प्रतिनिधि पर जानलेवा हमला मामला : आरोपियों का क्या है सनसनीखेज कबूलनामा ……. पढ़िए इस खबर में
15 घंटे पहले
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चक्रधरपुर ( CHAKRADHARPUR ) : चक्रधरपुर विधायक सुखराम उरांव के प्रतिनिधि समरेश सिंह उर्फ गुड्डू सिंह पर 10 जुलाई को हुए जानलेवा हमले के पीछे एक गहरी और सुनियोजित साजिश का खुलासा हुआ है. इस हमले के तीनों आरोपी बादल कुमार प्रसाद, पवन कुमार और मो वाजिद ने पुलिस पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे किए हैं.
आरोपियों ने बताया कि गुड्डू सिंह पर हमले की योजना पिछले कई महीनों से बनाई जा रही थी और हमलावरों ने 10 जुलाई को अलग-अलग जगहों पर चार बार गुड्डू सिंह को गोली मारने की कोशिश की, लेकिन भीड़ या सुरक्षा कारणों से वे पीछे हटते रहे. आखिरकार जमशेदपुर के बिष्टुपुर स्थित खाओ गली में उन्हें मौका मिला और गुड्डू सिंह पर गोली चलाई गई. बादल ने बताया कि गुड्डू सिंह की हत्या के लिए वह चक्रधरपुर भी आया था, लेकिन उसे मौका नहीं मिला.
आरोपी बादल ने स्वीकार किया कि वह कमलदेव गिरी की हत्या का बदला लेने के लिए गुड्डू सिंह की हत्या करना चाहता था. उसे फूलन देवी गिरी ने जेल से छुड़ाने में मदद की थी और वह उसका “कर्ज” उतारना चाहता था. फूलन देव गिरी और आज़ाद गिरी का कहना था कि गुड्डू सिंह ही कमलदेव की हत्या की साजिशकर्ता था.
गिरफ्तार आरोपियों के मुताबिक, इस हमले के दौरान उन तीनों के साथ साथ अन्य 4 लोग भी शामिल थे. बादल, पवन और वाजिद एक बुलेट बाइक से गुड्डू सिंह का पीछा कर रहे थे, ज बकि स्विफ्ट डिज़ायर कार में आज़ाद गिरी, दीपक सिंह, सुशांत सिंह और विकास यादव उनका पीछा कर रहे थे.
चार बार की असफल कोशिशें
पहली कोशिश:
जमशेदपुर के दस्सा प्रकाश होटल में अपने दोस्तों के साथ गुड्डू सिंह खाना खा रहे थे. हमलावर होटल पहुंचे और हमला करने की योजना बनाई, लेकिन भीड़ की मौजूदगी के कारण पीछे हट गए.
दूसरी कोशिश:
गुड्डू सिंह एक मेडिकल स्टोर के उद्घाटन में गए थे. हमलावर वहां भी पहुंचे, लेकि न एक बार फिर लोगों की भीड़ के चलते वे गोली नहीं चला सके.
तीसरी कोशिश:
जब गुड्डू सिंह पीएम मॉल में फेस मसाज करवा रहे थे, तब हमलावरों ने मॉल के अंदर घुसकर गोली मारने की योजना बनाई, लेकिन पिस्तौल लेकर मॉल में घुसना संभव नहीं था और सीसीटीवी का भी डर था, इसलिए इस योजना को टाल दिया गया.
चौथी कोशिश:
पीएम मॉल से बाहर निकलते समय बादल ने गुड्डू के पास जाकर हमला करने का प्रयास किया, लेकिन उस समय गुड्डू अपने दोस्तों के साथ भीड़ में था, इसलिए फिर से प्रयास असफल रहा.
पांचवी बार में मिला मौका :
चार बार कोशिशें हुईं, लेकिन असफल रहीं. आख़िरकार, 10 जुलाई को जब गुड्डू सिंह बिष्टुपुर के खाओ गली में नोवेल्टी ठेला पर आइसक्रीम खा रहे थे, तब स्विफ्ट कार में गुड्डू की रेकी कर रहे आज़ाद गिरी ने बादल को फोन कर मौके की जानकारी देते हुए कहा कि गुड्डू आइसक्रीम खा रहा है "मार दो साले को". इसके बाद बादल ने आइसक्रीम खा रहे गुड्डू पर फायरिंग की, फायरिंग में घायल गुड्डू सिंह नीचे गिर गया और और तीनों हमलावर बुलेट बाइक पर मुस्लिम लाइब्रेरी होते हुए पार्वती घाट, सुंदरनगर होते हुए हाता कि ओर फरार हो गए. घटना के बाद आरोपी कोलकाता भागने की फिराक में थे, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने जमशेदपुर जीआरडी स्टेडियम के पास उन्हें घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया. पुलिस अब फरार अन्य आरोपियों की तलाश में जुटी है. इस बीच आजाद गिरी ने भी बुधवार को कोर्ट में सरेंडर कर दिया है.