
मनोहरपुर डिग्री कॉलेज में छात्रों का नहीं, पुलिस जवानों का है ठिकाना,आखिर क्यों ? पढ़िए खबर में
नव. 29
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न्यूज डेस्क
मनोहरपुर ( MANOHARPUR) : पश्चिम सिंहभूम जिला के मनोहरपुर में कोल्हान यूनिवर्सिटी का मनोहरपुर डिग्री कॉलेज उपेक्षा का शिकार हो गया है तथा शिक्षा व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई हैं. जनजातीय क्षेत्र मनोहरपुर में कोल्हान यूनिवर्सिटी के अंतर्गत बड़ी अपेक्षाओं के साथ डिग्री कॉलेज की स्थापना की गई थी, ताकि सुदूरवर्ती इलाकों के विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा की सुविधा उनके क्षेत्र में ही उपलब्ध हो सके. लेकिन यह उम्मीद कॉलेज होने के बावजूद पूरी नहीं हो पाई है. पश्चिम सिंहभूम भाजपा जिला उपाध्यक्ष किशोर डांगा ने झारखंड के राज्यपाल को पत्र लिख कर कॉलेज की दुर्दशा पर ध्यानाकृष्ट कराया है.
कॉलेज में केवल दो शिक्षक और 63 छात्र
लगभग 18 करोड़ की लागत से बना यह भवन आज सरकार और विश्वविद्यालय प्रशासन की उपेक्षा का प्रतीक बन गया है. वर्तमान स्थिति यह है कि कॉलेज भवन में विद्यार्थियों से अधिक पुलिस के जवानों का अस्थाई बसेरा दिखाई देता है. शिक्षकों के अभाव में कॉलेज के शिक्षा व्यवस्था को लगभग ठप्प कर दिया गया है. जिससे विद्यार्थियों की संख्या लगातार घटती चली जा रही है. सूचना के अनुसार वर्ष 2023 में 285 विद्यार्थी पंजीकृत थे 2024 में 170 तथा 2025 में मात्र 63 छात्रों ने नामांकन कराया है. 16 स्वीकृत शिक्षकों के पदों में से केवल प्राचार्य और इतिहास विषय के एक शिक्षक पदस्थापित है. नीड बेस्ट व्यवस्था के तहत इतिहास, हिंदी और भूगोल के तीन शिक्षक उपलब्ध हैं. लोक प्रशासन , रसायन विज्ञान, भौतिक वनस्पति, विज्ञान प्राणी, विज्ञान आदि महत्वपूर्ण विषयों के 12 पद अब भी रिक्त पड़े हैं.
यह स्थिति स्वयं यह स्पष्ट करती है की मनोहरपुर डिग्री कॉलेज में शिक्षा का स्तर किस हद तक प्रभावित हो चुका है. स्थानीय विधायक और सांसद द्वारा कॉलेज का दौरा लंबे समय से न किए जाने से यह भी परिलक्षित होता है कि क्षेत्रीय जनप्रतिनिधि शिक्षा के इस गंभीर समस्या के प्रति संवेदनशील नहीं है. मनोहरपुर प्रखंड में जल जीवन मिशन के तहत हर घर नल से जल योजना का कार्य पूरी तरह असफल है. क्षेत्र में सात योजना पर कार्य अब तक पूरा नहीं हुआ है. इस तरह झारखंड में पीएम मोदी के इस महत्वाकांक्षी योजना पर झारखंड सरकार संवेदनशील नहीं है.
अतः भारतीय जनता पार्टी की मनोहरपुर इकाई यह मांग करती है उपरोक्त दोनों व्यवस्था को दुरुस्त कराया जाए एवं जल्द से जल्द सकारात्मक कार्यवाही की जाए.











