
झारखण्ड को आतंकवादियों का स्लीपर सेल बनाने वाले झामुमो को राष्ट्रीय सुरक्षा पर बोलने का अधिकार नहीं- भाजपा
नव. 12
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न्यूज डेस्क
रांची ( RANCHI) : भाजपा प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष सांसद आदित्य साहू ने आज झामुमो पर बड़ा निशाना साधा. झामुमो की पीसी पर पलटवार करते हुए आदित्य साहू ने कहा कि झामुमो को यह समझ आ गया है कि वो घाटशिला उपचुनाव हार चुका है. इसलिए हताशा और निराशा में अनर्गल बयान बाजी कर रहा.
साइलेंस पीरियड में सत्ताधारी दल के 56 विधायक-मंत्री 56 पंचायतों में बांट रहे थे पैसे
श्री साहू ने कहा कि घाटशिला की जनता साक्षी है कि चुनाव को प्रभावित करने के लिए पैसा कौन बांट रहा था. उन्होंने कहा कि चुनाव प् रचार समाप्ति के बाद भी साइलेंस पीरियड में सत्ताधारी दल के 56 विधायक जिसमे मंत्री गण भी शामिल थे घाटशिला विधानसभा क्षेत्र के 56 पंचायतों में पैसे से वोट खरीदने की कोशिश करते रहे.
घाटशिला में 30 हजार मैयां-बहनों का नाम कटा
भाजपा नेता ने कहा कि पिछले चुनाव में भी लगभग 51 हजार बहनों को मईयां सम्मान की राशि देकर सत्ताधारी गठबंधन ने वोट लिए थे, जिसमें चुनाव बाद 30 हजार नाम काट दिए गए.
उन्होंने कहा कि एचसीएल की बंदी कांग्रेस सरकारों की देन, जिसके साथ झामुमो सत्ता सुख भोग रहा है. आज मोदी सरकार के प्रयासों से खदान फिर से खुल रहे. झामुमो कांग्रेस राजद सरकार तो एनओसी तक देने में वर्षों लगा रही.
उन्होंने कहा कि इस उपचुनाव में जनता ने सत्ताधारी गठबंधन पर करारी चोट की है. इसलिए परिणाम आने के पहले से ही झामुमो को हार दिखाई पड़ रहा है.
बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों का शरणस्थली बना झारखंड
उन्होंने कहा कि झारखंड में लगातार एनआईए के द्वारा आतंकवादियों की गिरफ्तारी हो रही है.बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठियों का पनाह झारखंड बन गया है. ऐसे में राष्ट्र की सुरक्षा को लेकर झामुमो का बयान गैर जिम्मेदाराना है. भाजपा नेता ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जो कहते हैं वो करते हैं.ऑपरेशन सिंदूर की कार्रवाई से पाकिस्तान की कमर टूट चुकी है.2014 के बाद पहली बार कोई आतंकवादी समूह दिल्ली में बम धमाका करने में सफल हुआ है.लेकिन जिस प्रकार भारत सरकार गंभीर है और धड़ाधड़ कार्रवाई हो रही है उससे स्पष्ट है कि आनेवाले चंद दिनों में दुश्मन बख्शे नहीं जाएंगे. ऑपरेशन सिंदूर अभी जारी है.
सांसद ने कहा कि झामुमो एक दिन का और इंतजार करे.बिहार विधानसभा चुनाव और घाटशिला उपचुनाव दोनों की समीक्षा करनी पड़ेगी. जनता बार बार माफ नहीं करेगी.











