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हॉट लाइन पर चंद्रबाबू नायडू और राहुल गांधी एक-दूसरे के संपर्क में, क्या मोदी सरकार पर मंडरा रहा संकट ?  जानिए सब कुछ इस खबर में  

अग. 14

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रांची डेस्क

रांची ( RANCHI ) :  वोट चोरी को लेकर विपक्ष एकजूट होकर मोदी सरकार के खिलाफ सदन से लेकर सड़क तक जबरदस्त विरोध कर रहा है. राहुल गांधी तो साफ कह रहे हैं कि मोदी वोट चोरी कर पीएम बनें है. वहीं राष्ट्रीय जनता दल के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने बांगलादेश के चुनाव आयोग का उदाहरण देकर माहौल गर्म कर दिया. इसी बीच आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम और वाईएसआरसीपी के अध्यक्ष वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने एक ऐसा बयान दिया कि देश की राजनीति में एक नया सियासी तुफान खड़ा हो गया. लोग मोदी सरकार के भविष्य को लेकर तरह-तरह की चर्चा करने लगे. लोग एनडीए की एकजुटता पर भी सवाल खड़ा करने लगे. लेकिन इस बयान का गुब्बारा जितनी तेजी से फैला, उतनी ही जल्दी फूट भी गया.


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हॉट लाइन के जरिए राहुल और नायडू एक-दूसरे के संपर्क में

आंध्र प्रदेश के पूर्व सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने दावा किया कि एनडीए गठबंधन में शामिल एक बड़ा नेता राहुल गांधी के साथ हॉट लाइन के जरिए संपर्क में है. उन्होंने कहा कि आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू तेलंगाना के सीएम रेवंत रेड्डी के जरिए राहुल गांधी के संपर्क में हैं. उन्होंने कहा, "2024 के चुनावों के बाद जब हमने ऐसा ही मुद्दा उठाया था, जिसमें डाले गए और गिने गए वोटों में 12 प्रतिशत का अंतर था, तब राहुल गांधी हमारे साथ क्यों नहीं आए?" उन्होंने राहुल गांधी की चुप्पी पर भी सवाल उठाए. पूर्व सीएम ने कहा, "कांग्रेस प्रवक्ता मणिकम टैगोर केवल मेरी आलोचना करते हैं, क्योंकि चंद्रबाबू नायडू हॉटलाइन के माध्यम से राहुल गांधी के संपर्क में हैं, जगन रेड्डी के इस बयान के बाद सियासी चर्चा शुरू हो गया. लोग मोदी सरकार को लेकर चर्चा करने लगे.

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कांग्रेस नेता ने ही जगन के दावे की निकाल दी हवा

दरअसल, जगन रेड्डी एक तीर से दो निशाना साधने में जुटे थे, लेकिन कांग्रेस सांसद और आंध्र प्रदेश के प्रभारी मणिकम टैगोर ने जगन रेड्डी के सारे दावे की हवा निकाल दी. कांग्रेस सांसद ने कहा कि पूरा आंध्र प्रदेश और देश जानता है कि चंद्रबाबू नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृह मंत्री अमित शाह, और आंध्रा के डिप्टी सीएम पवन कल्याण सब एक ही है और उसी थाली के जगन मोहन रेड्डी भी चट्टे-बट्टे हैं. ऐसे में उनके बयान को गंभीरता से लेने की जरूरत नहीं है.  

 

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