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झारखंड-उड़ीसा सीमा पर खनन और ट्रांसपोर्ट कंपनियों की लुटेरे गैंग ने उड़ा दी थी नींद, फिर पुलिस ने कैसे किया सफाया, पढ़िए खबर में

नव. 23

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न्यूज डेस्क

चाईबासा ( CHAIBASA) : झारखंड-उड़ीसा सीमा पर पुलिस और डकैतों के बीच मुठभेड़ हुई, जिसमें तीन डकैत के पैर में गोली लगी. जिसके बाद पुलिस ने दौड़ाकर तीनों डकैतों को पकड़ लिया है. घायल तीनों डकैत को पुलिस ने नजदीक के राउरकेला सरकारी अस्पताल आरजीएच में भर्ती कराया. जहाँ तीनों डकैतों का ईलाज जारी है. तीनो डकैतों की पहचान चंदेक नायक, पारस राम और राजेश नायक के रूप में की गयी है. पुलिस ने गिरफ्तार डकैतों के पास से तीन देसी पिस्तौल, जिन्दा कारतूस के अलावे एक स्कोर्पियो वाहन और नगदी भी बरामद की है. घटना ओडिशा  लाहुणीपाड़ा चांदीपोश थाना क्षेत्र की है.

उड़ीसा-झारखंड के सीमावर्ती इलाके में सक्रिय है चांडे गैंग

झारखंड-उड़ीसा सीमावर्ती इलाके में खनन क्षेत्र में यह गैंग काफी सक्रिय था,जिसके खौफ में खनन कंपनियों और ट्रांसपोर्ट कंपनी के कर्मियों रह रहे थे. उनसे यह गैंग हथियार के बल पर नगदी लूटने में माहिर था. दोनों राज्यों में इस गैंग के खिलाफ कई मामले दर्ज हैं और पुलिस इस गैंग के सदस्यों को पकड़ने में जुटी थी. रविवार भोर तड़के भी तीनों अपराधी डकैती की घटना को अंजाम देने के लिए मोटरसाइकिल से लाहुणीपाड़ा चांदीपोश थाना क्षेत्र में घुसे थे. ओडिशा पुलिस ने खबर मिलते ही तीनों डकैतों का पीछा किया.पुलिस को देखकर गैंग के सदस्यों ने फायरिंग शुरू की, जवाबी कार्रवाई में गैंग के तीनों सदस्यों को पैर में गोली लगी और पकड़े गए. इस गैंग का सरगना चांडे उर्फ़ चंदा नायक है, जिसके कारण इस गैंग का नाम चांडे गैंग है. पुलिस ने चांडे को भी गिरफ्तार कर लिया है.  

नगदी लूट कर जंगल में छिप जाते थे गैंग के सदस्य

यह लूटेरा गैंग उड़ीसा और झारखण्ड दोनों राज्यों के सीमावर्ती इलाका घोर जंगल से घिरा है इसी क्षेत्र में कई खनन कंपनियां है, इन खनन कंपनियों में कई ट्रांसपोर्ट कंपनियां भी है, जहां हजारों की संख्या में कर्मचारी काम करते हैं, लेकिन इस गैंग के लूट-पाट के कारण दहशत में रहते थे. घने जंगल अंतर्राज्यीय सीमा का यह गैंग खूब फायदा उठाता था. यह लूटेरा गैंग उड़ीसा में घटना को अंजाम देकर झारखण्ड में छिप जाता था और झारखण्ड में घटना को अंजाम देकर उड़ीसा में छिप जाता है. लगभग दो सप्ताह पहले उड़ीसा के लहुणीपड़ा थाना क्षेत्र के बरसुआं साइडिंग स्थित बीएनआर ट्रांसपोर्ट ऑफिस में 8 से 10 नकाबपोश हथियारबंद बदमाशों ने धावा बोला था. कर्मचारियों पर बंदूक तानकर डकैतों ने 3 लाख 59 हजार रुपये लूट कर फरार हो गए थे.


इसी तरह 19 नवंबर की रात कोईडा बाज़ार में स्थित ‘माँ तारिणी ट्रांसपोर्ट’ से भी बंदूक दिखाकर करीब साढ़े तीन लाख रुपये की लूटपाट की गई थी. वहीं कोईडा के रेंगलबेड़ा इलाके में दो गाड़ी मालिकों से बंदूक की नोक पर 2-2 लाख रुपये लूटकर डकैत चंपत हो गए. लगातार हो रही इन घटनाओं ने ट्रांसपोर्ट मालिकों और कर्मचारियों में दहशत फैल दी थी.

पुलिस का दावा है कि गिरोह की गिरफ्तारी से क्षेत्र में लगातार हो रही लूट की घटनाओं पर रोक लगेगी और ट्रांसपोर्ट व्यवसायी अब राहत की सांस ले सकेंगे.

 

 

 

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