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रांची में अलग-अलग थीम पर कई भव्य पूजा पंडाल, फिर एक पर हिन्दू संगठन क्यों मचा रहे बवाल ?आखिर क्या है मामला ? पढ़िए खबर में

सित. 26

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 न्यूज डेस्क

रांची ( RANCHI) : राजधानी रांची में हर साल की तरह इस साल भी दर्जनों दुर्गा पूजा पंडाल बन कर तैयार हो चुके हैं, जो अलग-अलग थीम पर लाखों रुपए खर्च कर बनाए गए हैं. लेकिन एक पूजा पंडाल के थीम को लेकर राजधानी में बवाल मचा हुआ है. विश्व हिन्दू परिषद और कई हिन्दू संगठनों ने कड़ी नाराजगी जताते हुए पूजा आयोजकों पर कई गंभीर आरोप लगा दिया है, जिससे विवाद बढ़ा जा रहा है.

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हिन्दूओं की धार्मिक भावना हो रही है आहत

दरअसल, राजधानी के रातू रोड इलाके में वेटिकन सिटी थीम पर भव्य पंड़ाल तैयार किया गया है. इसी पूजा पंडाल पर विहिप और अन्य हिन्दू संगठनों ने घोर आपत्ति जताई है. उनका कहान है कि इस पंडाल से हिन्दूओं के धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचा है. यह पंडाल हिन्दूओं की आस्था का नहीं, बल्कि धर्मांतरण का अड्डा बनाया गया है.


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पूजा पंडाल में मिशनरी प्रतीक पर भड़के हिन्दू संगठन

विहिप के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर अपनी आपत्ति दर्ज कराते हुए कहा कि दुर्गा पूजा पंडाल के प्रवेश द्वार पर ईसाई धार्मिक प्रतीक रखे गए हैं और अंदर मदर मैरी समेत अन्य ईसाई पात्रों की तस्वीरें प्रदर्शित की गई हैं. उन्होंने कहा कि अगर आयोजन समिति धर्मनिरपेक्षता को दिखाना चाहती है तो उन्हें गिरजाघर या मदरसे में हिंदू देवी-देवताओं की तस्वीर लगाकर उदाहरण पेश करना चाहिए. बंसल ने यह भी कहा कि विहिप की झारखंड इकाई इस मामले में जल्द ही कोई कड़ा कदम उठाने पर विचार कर रही है और आयोजकों से धार्मिक भावनाओं का सम्मान करने व ईसाई प्रतीकों को हटाने की अपील की गई है.

आयोजकों ने आरोपों को नकारा, बोलें – भारत एक धर्म निरपेक्ष देश

आरआर स्पोर्टिंग क्लब के अध्यक्ष विक्की यादव ने विहिप के आरोपों को नकारते हुए कहा कि उनका उद्देश्य केवल कला और स्थापत्य के माध्यम से विविधता दिखाना है. उन्होंने बताया कि क्लब पिछले 50 सालों से दुर्गा पूजा आयोजित कर रहा है और हर बार किसी नई थीम को अपनाता है. इस साल उन्होंने 2022 में कोलकाता के श्रीभूमि स्पोर्टिंग क्लब द्वारा बनाए गए वेटिकन सिटी थीम पंडाल से प्रेरणा ली है. यादव ने कहा कि कोलकाता में इस थीम को भारी भीड़ ने सराहा था और रांची में भी लोगों से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिल रही है. उन्होंने दावा किया कि पंडाल की थीम से किसी की धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंची है और पूजा पूरी तरह वैदिक परंपरा के अनुसार हो रही है. रांची जिला दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष ने भी कहा कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है और सभी समुदायों के लोग दुर्गा पूजा में शामिल होकर आनंद लेते हैं. उनका कहना है कि आयोजकों ने किसी भी धर्म की भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाला कार्य नहीं किया है बल्कि कला, संस्कृति और विविधता को बढ़ावा देने का प्रयास किया है.

 

 

 

 

 

 

 

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