
बालू उठाव की सरकारी अनुमति नहीं मिलने से ग्रामीणों में भारी आक्रोश, 25 को अनिश्चितकालिन चक्काजाम
नव. 23
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न्यूज डेस्क
महेशपुर (पाकुड़): एनजीटी खत्म होने के बावजूद भी बालू बंद रहने के कारण प्रखंड क्षेत्र के आवास योजना के लाभुक, मजदूर, ट्रैक्टर मालिक के अलावे ग्रामीणों ने आगामी 25 नवंबर को अनिश्चितकालीन चक्का जाम करने का निर्णय लिया है. इस चक्का जाम के निर्णय को लेकर सीओ संजय कुमार सिन्हा एवं महेशपुर थाना प्रभारी को लिखित आवेदन दिया गया है. लोगों ने निर्णय लिया है कि एनजीटी समाप्त होने के बावजूद भी अभी तक नदी से बालू उठाव का अनुमति नहीं मिला है. बालू का उठाव बंद रहने के कारण सरकारी योजना का कार्य पूर्ण रूप से बंद पड़ा हुआ है. खासकर अबुआ आवास योजना के लाभुक सबसे ज्यादा परेशान है. आवास पूर्ण नहीं होने के कारण वे लोग झोपड़ी में रह रहे हैं. साथ ही मजदूरों को भी काम नहीं मिल पा रहा है, जिस कारण वे लोग भी अन्य राज्य पलायन कर रहे हैं. बालू बंद रहने के कारण मजदूर बेरोजगार हो गए हैं. आवेदन देने वाले मनोज यादव, मुकेश मंडल, पिंकू मंडल, सोमेन टूडू, राजेंद्र हेम्ब्रम के अलावे सैकड़ो ग्रामीणों ने बताया है की बालू बंद रहने के कारण बीते 14 नवंबर को चक्का जाम किया गया था. इसके बाद अधिकारियों के द्वारा आश्वासन दिया गया था कि 23 नवंबर तक बालू चालू कर दिया जाएगा. आश्वासन के समय सीमा पर होने के बावजूद भी अभी तक अधिकारियों के द्वारा किसी भी तरह का पहला नहीं किया गया है. इस कारण ग्रामीणों ने पुन: र्निर्णय लिया है कि आगामी 25 नवंबर से अनिश्चितकालीन चक्का जाम किया जाएगा. इस चक्का जाम में संबंधित सभी लोगों के स्वजन अपने बच्चों के साथ सड़क पर बैठकर चक्का जाम किया जाएगा.











