
किसने कांग्रेस को कहा “बगुला” और कांग्रेस ने क्या दिया जवाब ? तीखे बयानों के साथ विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुरू, पढ़िए पूरी खबर
दिस. 5
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न्यूज डेस्क
रांची (RANCHI) : झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र शुक्रवार को राजनीतिक गर्माहट के साथ शुरू हो गया. सदन के भीतर पक्ष-विपक्ष के बीच तीखा नोंक-झोंक हुआ. भाजपा विधायकों ने जहां सरकार पर सवालों के साथ हमले किए, वहीं सत्ता पक्ष ने भी भाजपा के हमलों को जवाब भी दिया. सदन के भीतर राज्य में नए सत्ता समीकरण की भी गूंज सुनाई दी.
भाजपा विधायक ने कांग्रेस पर बोला
भाजपा विधायक शशिभूषण मेहता ने कांग्रेस पर जोरदार हमला किया. भाजपा विधायक ने कहा कि सरकार में बहुत जल्द परिवर्तन होने वाला है. झामुमो जल्द ही कांग्रेस का साथ छोड़ देगा. मेहता ने कहा कि कांग्रेस ‘बगुला’ है, और कांग्रेस जिस पेड़ पर बैठती है, वह पेड़ ही सूख जाता है, जिसके कारण झामुमो कमजोर पड़ रहा है.
भाजपा विधायक के इस तीखे हमले पर कांग्रेस तिलमिला गई. कांग्रेस विधायक राजेश कच्छप ने भी भाजपा विधायक को जवाब में कहा कि भाजपा झूठ फैलाकर भ्रम पैदा करने की कोशिश कर रही है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस लोकतांत्रिक तरीके से काम करने वाली मजबूत पार्टी है और “कांग्रेस कोई कच्चा खिलाड़ी नहीं, कांग्रेस सबका बाप है.
सदन में सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच आरोप-प्रत्यारोप
बड़कागांव विधायक रोशनलाल चौधरी ने कहा कि राज्य की खराब स्थिति के लिए कांग्रेस जिम्मेदार है. दूसरी ओर जेकेएलएम विधायक जयराम महतो ने सरकार पर एसटी, एससी और ओबीसी छात्रों की छात्रवृत्ति में लापरवाही का आरोप लगाया और कहा कि सरकार को सदन में इसका जवाब देना ही होगा. जेएलकेएम विधायक जयराम महतो ने कहा कि बेरमो को अलग जिला बनाने की मांग की.
विधानसभा परिसर में आजसू के एक मात्र विधायक निर्मल महतो तख्ती लेकर पहुंचे. वह छात्रवृत्ति योजना बंद का विरोध करते दिखे. वहीं मंत्री चमरा लिंडा ने कहा कि सरकार के पास पैसों की कमी नहीं है. बिना आर्थिक बाधा के विकास कार्य चालू है.
ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडेय सिंह ने कहा कि विपक्ष के सवालों का जवाब देने के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है. मगर हम यह भी जानना चाहते हैं कि जिस सरना कोड को यहां से पास करने के बाद केंद्र को भेजा गया उसका क्या हुआ. उन्होंने कहा कि यह शीतकालीन सत्र काफी अहम है, जिसमें द्वितीय अनुपूरक के अलावा कई विधेयक भी आएंगे, सदस्यों के द्वारा जो जनहित के मुद्दे लाए जाएंगे उन पर भी चर्चा होगी.
सोमवार को पेश होगा अनुपूरक बजट
यह सत्र पांच दिनों तक चलेगा, जिसमें राज्य सरकार 8 दिसंबर को वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए लगभग 11,000 करोड़ रुपये का दूसरा अनुपूरक बजट पेश करेगी. अनुमान है कि इस बजट में मइयां सम्मान योजना को सबसे बड़ा आवंटन मिलेगा.











