
चिट्टी लिखिए, इनाम पाइए! देशभर में डाकघर की ‘ढाई आखर’ प्रतियोगिता में 50 हजार तक जीतने का मौका
दिस. 6
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अमित कुमार
कोडरमा ( KODERMA) : भारतीय डाक विभाग ने पुरानी सभ्यता से नए सभ्यता में डूबे लोगों के लिए एक अनोखी कार्यक्रम का आयोजन कर एक बार फिर से पत्र में लिखे शब्द नहीं गहरी भावनाओं को अंकित कर देने के एहसास को उजागर करने का प्रयास किया है. वर्तमान में पारंपरिक पत्र लेखन की आदत को लगभग भुला दिया गया है. ऐसे में लोगों को एक बार फिर कलम और कागज से जोड़ने की पहल काफी रोमांचक बनाने वाली है. डिजिटल युग में, जहां व्हाट्सएप, ईमेल और इंटरनेट मीडिया भारतीय डाक विभाग ने वर्ष 2025-26 की ‘ढाई आखर’ राष्ट्रीय पत्र लेखन प्रतियोगिता की घोषणा की है। प्रतियोगिता में भाग लेकर प्रतिभागी 50 हजार रुपये तक का नकद पुरस्कार जीत सकते हैं.
डाक विभाग ने इस वर्ष प्रतियोगिता का विषय निर्धारित किया है-मेरे आदर्श को पत्र. प्रतिभागियों को अपने जीवन में प्रेरणा बनने वाले किसी व्यक्ति (आदर्श) को संबोधित करते हुए पत्र लिखना होगा.
प्रतियोगिता के लिए पत्र 8 दिसंबर 2025 तक डाक में जमा होना चाहिए. 8 दिसंबर के बाद भेजे गए पत्र स्वीकार नहीं किए जाएंगे.
कौन ले सकता है भाग?
भारत का कोई भी नागरिक इस प्रतियोगिता में भाग ले सकता है. प्रतियोगिता 2 आयु वर्गों में विभाजित है। 18 वर्ष और इससे ऊपर के लिए अंतरदेशीय पत्र कार्ड श्रेणी और लिफाफा श्रेणी रखा गया है.
पुरस्कार राशि
- प्रतियोगिता में राज्य स्तर और राष्ट्रीय स्तर दोनों पर पुरस्कार दिए जाएंगे।
- राज्य स्तर के पुरस्कार
- प्रथम पुरस्कार रू 25,000 रुपये
- द्वितीय पुरस्कार रू 10,000 रुपये
- तृतीय पुरस्कार रू 5,000 रुपये
राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार
- प्रथम पुरस्कार रू 50,000 रुपये
- द्वितीय पुरस्कार रू 25,000 रुपये
- तृतीय पुरस्कार रू 10,000 रुपये
नियम और शर्तें
- पत्र सिर्फ हाथ से लिखा हुआ होना चाहिए। कम्प्यूटर/टाइपराइटर से लिखे पत्र स्वीकार नहीं होंगे।
- भाषा - हिंदी, अंग्रेजी या कोई भी भारतीय स्थानीय भाषा।
- शब्द सीमा रू लिफाफा (ए-4 कागज़) रू अधिकतम 1000 शब्द
- अंतरदेशीय पत्र कार्ड - अधिकतम 500 शब्द
- पत्र को अपने राज्य के मुख्य डाक महाप्रबंधक को संबोधित करके भेजना होगा।
अभियान का उद्देश्य
कोडरमा डाक निरीक्षक विकास रंजन ने बताया कि कि डाक विभाग का उद्देश्य है कि नई पीढ़ी एक बार फिर कलम और कागज से जुड़ सके. पत्र लेखन भाषा, संवेदना और अभिव्यक्ति तीनों को मजबूत बनाता है. डाक विभाग का कहना है कि यह अभियान युवाओं को ‘डिजिटल डिटाक्स’ की ओर प्रेरित करेगा और उन्हें लिखने की पुरानी सुंदर परंपरा से जोड़ने में मदद करेगा.











